प्रतिदिन सवा तीन सौ
किसानों की तुलेगी
। अफीम
चित्तौड़गढ़. अफीम काश्तकारों के
खातों में इस बार बैंक के जरिए पैसा
जमा नहीं होगा। नई व्यवस्था कि !
तहत नारकोटिक्स विभाग खुद ही
किसानों के खातों में उनसे ली गई
अफीम की कीमत जमा करवाएगा।
चित्तौड़गढ़ व निम्बाहेड़ा में अफीम
की तुलाई का काम पांच अप्रेल से
शुरू हो जाएगा, इसके लिए विभाग
के अधिकारी तैयारियों को अंतिम
रूप देने में जुट गए हैं।
प्रथम व द्वितीय खण्ड के अधीन
आने वाले गांवों के किसानों की
अफीम की तुलाई यहां चित्तौड़गढ़
स्थित विभाग परिसर में होगी।
जबकि तृतीय खण्ड के अधीन आने
वाले गांवों के किसानों की अफीम
का तोल निम्बाहेड़ा में किया जाएगा।
प्रथम खण्ड में अफीम का तोल पांच
से बीस अप्रैल तक होगा। जबकि
द्वितीय खण्ड में पांच से 18 अप्रेल
तक अफीम का तोल किया जाएगा।
तृतीय खण्ड में भी तोल का काम
पांच अप्रैल से शुरू होगा, जो 22
अप्रेल तक रहेगा। इस बार नई
व्यवस्था यह की गई है कि किसानों
से ली गई अफीम की कीमत खुद
विभाग ही किसानों के खातों में जमा
करवाएगा।
| इसके लिए अफीम तुलाई के
समय ही किसानों को अपनी बैंक
पासबुक की प्रति व मेंडेड फार्म
नारकोटिक्स विभाग में जमा
करवाना होगा ।गौरतलब है कि
चित्तौड़गढ़ जिले में तीन खण्डों में इस
बार कुल 14 हजार 197 पट्टे जारी
किए गए और 665 मुखिया बनाए
गए। नारकोटिक्स विभाग के खण्ड
प्रथम में वल्लभनगर, भदेसर व
चित्तौड़गढ़ तहसील क्षेत्र के किसानों
को 4699 पट्टे व 290 मुखिया,
खण्ड द्वितीय में गंगरार, राशमी,
डूंगला, मावली, भूपालसागर व
कपासन तहसील क्षेत्र के किसानों
को 4262 पट्टे और 138 मुखिया
तथा खण्ड तृतीय में निम्बाहेड़ा व
बड़ीसादड़ी क्षेत्र के 5236 पट्टे जारी
करने के साथ ही 237 मुखिया बनाए
किसानों को दी 5.9
मार्फिन की पूर्व
चेतावनी
अफीम काश्तकारों को 5.9 मार्फिन
की पूर्व चेतावनी दी गई है। पिछले
साल 70 की गाढ़ता के हिसाब से दस
आरी में 52 की औसत से 5 किलो
अफीम विभाग में दी गई थी। इस बार
नई नीति के अनुसार काम होगा।
किसान अफीम तुलाई को लेकर चार
अप्रेल को शाम तक विभाग में
पहुंच जाएंगे।